दुखी दिल स्टेटस – 51+ Sad Status In Hindi

मैं वो दुनियाँ हूँ. जहाँ तेरी कमी है.

बदलना आता नहीं हमे #मौसम की तरह, हर इक #रुत में तेरा #इंतज़ार करते हैं, ना #तुम समझ सकोगे जिसे #क़यामत तक, #कसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना #प्यार करते हैं

किसीं ?ने हमसे यूँ ही. पुछा था ?ए इश्कं क्या हैं. ❤️जी हमने? यूँ ही कह दिया, ❤️बेवजह इन ? निगाहं का इंतजार .

कभी-कभी यूं ही चले ♥️ आया करो, दिल की दहलीज पर ♥️ अच्छा लगता है, यूं तन्हाईयों में, तुम्हारा दस्तक देना.

इस कदर #खोज न #मुझको #दुनिया की #भीड़ में, मैं तेरी रूह का हिस्सा हूँ. कभी महसूस तो कर

दर्द होगा. बेचैनी होगी..कसक होगी..बेकरारी होगी. अगर दिल रखते हैं तो. आपको भी ये बीमारी होगी.

बंद आंखों ❤️ में मेरी चले आते. हो ❤️ तुम, अपनों की तरह. आंख खुलते ❤️ ही तुम खो जाते. हो कहीं ❤️ सपनों की तरह.

खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है, जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है

एक चाहत? थी, तेरे? संग ? जीने की वरना, मोहब्बत? तो किसी ? से भी हो? सकती थी

अब न कोई हमें मौहब्बत का यकीन दिलाये. हमें रूह में बसा कर निकाला है किसी ने.

मशरूहफियत की -इन्तिहा देखिये तो जनाब की मोहब्त तो है पर निभाने का वक़्त नही

काफिले ख्वाबों के आँखों से गुज़रे सारी रात. कम्बख्त नींद ही थी, जिसे आशियाना न मिला.

इंसान के कंधों पर इंसान जा रहा था, कफ़न में लिपटा अरमान जा रहा था, जिन्हें मिली बे-वफ़ाई महोब्बत में वफ़ा की तलाश में श्मशान जा रहा था।

अरे वो आएगी नहीं मैं फिर भी उसका इंतजार, करता हूँ। मेरा प्यार एक तरफा ही सही, मगर मे अब भी उसे सच्चा प्यार करता हूं

लफ्जों से क्या ? मुकाबला नज़रों के वार का. ?असर अक्सर गहरा होता है बेज़ुबां प्यार का

तुम्हें तारीफ़ के #काबिल #अगर #लगते नहीं है #हम #तो हमको #बद्दुआ दे दो #झुका के #सर चले #जाये.

वही रंजिशें वही हसरतें, न ही दर्द-ए-दिल में कमी हुई, है अजीब सी मेरी ज़िन्दगी, न गुज़र सकी न खत्म हुई।

कच्चे रिश्ते, और अधूरा अपनापन* मेरे #हिस्से में आयी हैं ऐसी ही #सौगातें*

इधर उधर से ना रोज यूँ तोड़िये हमको, अगर खराब बहुत हैं तो छोड़िये हमको.

सुनो हमें नहीं कबूल, *तेरा किसी और से रिश्ता, *नफ़रत ही करो,पर हमसे करो

ख्वाबों के पीछे जिन्दगी … उलझ गई इतनी कि, हकीकत में रहने का सलीका ही भूल गए .

मेरी नज़र को सिर्फ़ तेरी ही तलाश रहती है. तू नज़र न आए तो वो बहुत उदास रहती है..

अपने हालात का..ख़ुद अहसास नहीं मुझको. मैंने औरों से सुना है..कि परेशान हूं मैं.

इज़हार से नही लगता पता किसी के प्यार का. इंतज़ार बताता है. तलबग़ार कौन है.

न #करीब आ न #दूर जा ये #फासला रहने दे. न हद #पूछ न हद #बता ये #दायरा रहने दे.

दिल में #शिकवे हैं मगर #होंठ सिया करते हैं. लोग ऐसे भी #ज़माने में जिया करते हैं.

फिक्र आपकी बेहद करने लगे है? ?बेवजह हम आपको याद करने लगे है??

?#निकले हैं #इश्क के ?#सफर में हमें #सफर में ही #रहने दो. #तुम्हे #इश्क ?है ?#हमसे #हमें इसी #गलतफहमी में ही #रहने दो

कब दोगे रिहाई मुझे???? इन यादोँ की कैद से?? ??ऐँ-इश्क ❤️अपने जुल्म ?? ??देख..मेरी उम्र देख

कभी यहा बात करते हो, कभी वहां बात करते हो. आप बड़े लोग हो साहब हमसे कहा बात करते हो.

सुनो.. कर लेने दो इश्क़ की बातें, कौन सा सीने से लगने को कहता हूं

ज़िंदगी जिसका बड़ा नाम सुना है हमने, एक कमजोर सी हिचकी के सिवा कुछ भी नहीं।

कमियाँ #तो मुझ ? में बहुत है #पर मैं ? बईमान नहीं #मैं सबको अपना ? बनता हूँ #सोचता फायदा या #नुक्सान नहीं

फासले तो हैं उससे पर इतने भी नहीं. कि मैं ख्वाब में बुलाऊँ. और वो न आएँ.

एक कब्र पर लिखा था. किस को क्या इलज़ाम दूं दोस्तो. जिन्दगी में सताने वाले भी अपने थे,और दफनाने वाले भी अपने थे

जरूरी नहीं कि मोहब्बत में हर किसी को रजा मिले, जुदाई तो दस्तूर है आशिकी का किसी को सनम तो किसी को सजा मिले.

क़यामत तक करेगी याद किसी ने दिल लगाया था, एक होने की उम्मीद भी ना थी फिर भी पागलों की तरह तुझे चाहा था

सीख़ कर गया है वो मौहब्बत मुझसे, जिससे भी करेगा बेमिसाल ही करेगा

मोहब्बत की अपनी ही #बचकानी सी #जिद होती हैं ? चुपकराने के लिए #वहीचाहिए, जो #रुला के गया हो.

धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है, तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता, हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है।

मुझ से नहीं संभलते, ये आजकल के रिश्ते, चेहरे पर मुस्कान बड़ी, और दिल शतरंज से भरे.

यूँ ही शौक़ है हमारी. तो शायरी करना. किसी की दुखती रग. छू लूँ. तो यारों माफ़ करना.

मेरे नयन में जानम कैंद तुम्हारी तस्वीर क्यों हैं, ❣️तुम दुर होकर भी मोहब्बत का एहसास क्युँ हैं.

शिकायतों भरी मेरी जुबान खुद ब खुद सिल जाये ? काश , मेरा जैसा ही कोई मुझे मिल जाये

अपना ही दिल होता है अपनी बरबादियों की वजह, किसी और को इल्ज़ाम दे ना कोई अच्छी बात नही.

समंदर की तरह चुप है कि हम जानते है, अगर सब्र ना करते तो क़यामत करते

इश्क़ जब भी आता है. दबे पांव आता है. शोर तो अक्सर. जुदाई करती है..

मुझसे मोहब्बत पर मशवरा मांगते हे लोग, तेरा इश्क़ कुछ इस तरहा तजुर्बा दे गया मुझे

अगर इश्क है तो खुल के कहिये. साहिब. हम नादान हैं traffic signal के भी पूरे इशारे नहीं समझ पाते

हम मुसाफिर तो नहीं थे कि, पलट आते. हम न कहते थे. हमें सोच के रुखसत करना.

कौन मेरी चाहतों का फसाना समझेगा इस दौर में, यहाँ तो लोग अपनी जरुरत को मोहब्बत कहते हैं

दिल चीर जाते हैं. ये अल्फाज उनके. वो जब कहते हैं हम कभी एक नहीं हो सकते।

मेरी खुद्दारी मुझे इजाजत नहीं देती, ❣️कैंसे कहुँ की मुझे तेरी जरूरत हैं.

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